ठंडा मेहन स्नान
ठंडा मेहन स्नान |
प्राकृतिक चिकित्सा में बहुत से रोग ऐसे होते हैं कि बड़ी आसानी से दूर हो जाते हैं जैसे कि यदि कोई व्यक्ति बहुत अधिक कमजोर है तो उसे ताकतवर बनाने के लिए यदि आप इस विधि का प्रयोग करेंगे, तो आपको बहुत अधिक और बहुत जल्दी लाभ मिलेगा। इस क्रिया को करने से आपको उच्च रक्तचाप, अनिद्रा, हृदय, स्नायु ,संबंधी रोगों में भी बहुत जल्दी और रामबाण असर मिलेगा। मूत्र की जलन एवं कमी में भी, महिलाओं के मासिक धर्म के रोगों में भी बहुत उपयोगी है ठंडा मेहन स्नान ।
ठंडा मेहन स्नान के लाभ
प्राकृतिक चिकित्सा में ठंडा मेहन स्नान के बहुत से लाभ है। जैसे कि यदि कोई व्यक्ति बहुत अधिक कमजोर है तो उसे ठंडा मेहन स्नान से बहुत जल्दी आराम मिलता है। वह ताकत पाता है, उच्च रक्तचाप, अनिद्रा, हृदय, स्नायु संबंधी रोगों में रामबाण की तरह काम करता है। यह ठंडा मेहन स्नान मूत्र की जलन या कमी में भी यह बहुत अच्छा असर दिखाता है। महिलाओं के मासिक धर्म के रोगों में भी बहुत उपयोगी है इस क्रिया के बाद आप कटि स्नान की तरह शरीर में गर्मी लाना बिल्कुल ना भूलें। आइए जानते हैं ठंडा मेहन स्नान करने की विधि।
ठंडा मेहन स्नान की विधि
आप एक बाल्टी में 3 लीटर पानी लें और उसमें लगभग 1 किलो बर्फ पीसकर मिला लें। यह ठंडा मेहन स्नान पानी तैयार हो गया है। वैसे पानी का तापक्रम 50 डिग्री फारेनहाइट के बीच होना चाहिए। आप कमर के नीचे के सारे कपड़े उतार कर किसी बंद कमरे या बाथरूम में स्टुल के ऊपर पैर लटका कर बैठ जाएं। बाल्टी बगल में रख लें। अब जलनेति के टोटी दार लोटे में बाल्टी से पानी भर मुत्रेइंद्री के आगे की त्वचा के ऊपर धार बनाकर धीरे-धीरे पानी गिराऐ। यह क्रिया कम से कम 10 मिनट तक अधिक से अधिक 30 मिनट तक करें। रोग की अवस्था के अनुसार ही है करें। यह क्रिया करने से पहले प्राकृतिक चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
मैं आपके अच्छे स्वास्थ की कामना करते हुए। अपने अगले ब्लॉग में आपको "रक्तशोधक या चर्मरोग नाशक पत्ते वाले धूप स्नान" के बारे में बताऊंगा।
धन्यवाद
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