स्वामी विवेकानंद जी ने अपने विमल चरित्र के प्रभाव से राजाधिराज से लेकर एक मेहतर तक के हृदय पर अधिकार प्राप्त कर लिया
स्वामी विवेकानंद जी ने अपने विमल चरित्र के प्रभाव से राजाधिराज से लेकर एक मेहतर तक के हृदय पर अधिकार प्राप्त कर लिया,Swami Vivekananda ji acquired the right over the heart from Rajadhiraj to a scavenger with the effect of his Vimal character स्वामी विवेकानंद जी ने अपने विमल चरित्र के प्रभाव से राजाधिराज से लेकर एक मेहतर तक के हृदय पर अधिकार प्राप्त कर लिया,Swami Vivekananda ji acquired the right over the heart from Rajadhiraj to a scavenger with the effect of his Vimal character स्वामी विवेकानंद का चरित्र बहुत ही सरल और बहुत ही सादर था और दूसरों का कथित करने वाला था वह इतने लोगों में प्रिय खेल की उन्होंने अपने को लोगों के बीच बहुत ही प्रसिद्ध कर लिया था यह सब सिर्फ उनके चरित्र के कारण ही हुआ आइए उनकी ऐसी एक घटना के बारे में जानते हैं जो कि स्वामी विवेकानंद चरित्र की किताब से लिया गया है। एक बार मैंसूर के दीवान आरके शेषाद्री बहादुर की स्वामी जी से भेंट हुई। उन्होंने, इनकी ओर आकर्षित होकर, मैसूर नरेश महाराजा चमराजेंद्र वाडियर बहादुर को इनसे परिचित करा द...