Naturopathy part 1- ठंडा घर्षण कटि स्नान
ठंडा घर्षण कटि स्नान |
प्राकृतिक चिकित्सा के बहुत ही लाभ है अगर प्राकृतिक चिकित्सा को सही ढंग से किया जाए तो इससे बेहतर कोई भी चिकित्सा नहीं है तो आइए जानते हैं प्रकृति चिकित्सा के पहले भाग में ठंडा घर्षण कटि स्नान इस से क्या-क्या फायदे हैं और इसके हमारे शरीर पर क्या असर पड़ता है। यह सभी बातें मैं आपको एक एक करके बताऊंगा। ठंडा घर्षण कटि स्नान करने की विधि विस्तारपूर्वक। आप मेरे इस ब्लॉग को 8:00 तक अवश्य पढ़ें।
प्राकृतिक चिकित्सा में सबसे पहले यह जान लेते हैं कि ठंडा घर्षण कटि स्नान से हमें क्या लाभ मिलता है?
ठंडा घर्षण कटि स्नान के लाभ
ठंडा घर्षण कटि स्नान करने से कमजोर आंतें ताकतवर हो जाती हैं पुराने से पुराना कब्ज भी दूर हो जाता है, बसा हुआ बुखार धीरे-धीरे ठीक हो जाता है, कब्ज गैस बाबा से स्वप्नदोष शीघ्रपतन है अपान वायु के ना खुलने या फिर गैस की बीमारी बड़ी आसानी से ठीक हो जाता है। ऐसी बीमारियों के लिए इस क्रिया से लाभप्रद कोई भी अन्य क्रिया नहीं है।
Naturopathy part 1- ठंडा घर्षण कटि स्नान
ठंडा घर्षण कटि स्नान की विधि
ठंडा का संकट स्नान के लिए एक विशेष प्रकार का तकिया दार तब होना आवश्यक है। इसमें रोग की अवस्था के अनुसार 60 से 70 डिग्री फारेनहाइट के तापमान के बीच इतना पानी भरते हैं कि बैठने पर पानी ना अभी तक आ जाए पानी ठंडा ना हो तो दो या 3 किलो बर्फ डालकर पानी को ठंडा करें बैठने पर नाभि के ऊपर पानी ना आए तब के ढलान पर और पैर तब के बाहर रहे।
ऊपर की तरफ से पैरों को अच्छी प्रकार से लपेटते हुए ।कंबल या मोटी चादर ओढ़ ले। और रोयेंदार मोटा तोलिया पेड़ू पर दाएं से बाएं तथा बाएं से दाएं पूरे समय फेरते रहे। रोग की स्थिति के अनुसार 20 से 30 मिनट तक बैठते है। उठते समय इस प्रकार उठें की पैरों पर पानी की एक बूंद भी ना पड़े अर्थात उठते समय कुछ देर झुके रहे फिर तोलिया तोलिया लपेटते हुए उठें। यदि पैरों पर पानी गिर जाए तो तुरंत पूछ ले।
Naturopathy part 1- ठंडा घर्षण कटि स्नान
ठंडा घर्षण कटि स्नान को प्रातः खाली पेट या शाम को भोजन के 1 घंटे पहले किया जाता है। ठंडा घर्षण कटि स्नान के करने से पहले शरीर को हाथों से रगड़ कर कुछ गरम कर लेना चाहिए। ठंडा घर्षण कटि स्नान के बाद भी इतनी गर्मी लानी चाहिए कि पसीना आ जाए। ठंडा घर्षण कटि स्नान लेने के बाद कंबल या मोटी चादर अवश्य पढ़ें।टब से उठने के बाद कमजोर रोगी कंबल ओढ़ कर गर्मी लाएं ।योगा करने वाले योगाभ्यास द्वारा गर्मी ला सकते हैं और सबल रोगी अपनी जगह पर लेट कर साइकिलिंग करके गर्मी लाएं। यह बहुत ही आवश्यक है।
यह थी ठंडा घर्षण कटि स्नान करने की विधि । मेैं अपने अगले अगले ब्लॉग में आपको "पेड़ू पर मिट्टी की पट्टी" के बारे में बताऊंगा जो कि प्राकृतिक चिकित्सा का एक बहुत ही उपयोगी और बहुत लाभप्रद रूप है।
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in comment box.