उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) से बचने के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय,Ayurvedic and natural remedies to avoid high blood pressure
उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर नाम सुनकर ऐसा लगता है कि किसी बड़ी बीमारी का नाम हो और ऐसा है भी। उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर कोई ऐसी बीमारी नहीं है यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें तकलीफ होगा सामना करना पड़ता है जब किसी को हाय ब्लड प्रेशर की बीमारी हो जाती है, तो उसके शरीर में कई तरह की परेशानियां अपने आप आ जाती है, उसे कई प्रकार की और बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती हैं जैसे कि चक्कर आना सिर घूमना, सिर दर्द, किसी भी कार्य में मन ना लगना और घबराहट के लक्षण है, ऐसा क्यों होता है।
आइए यह भी जान लेते हैं ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप क्या होता है। जब किसी को उच्च रक्तचाप की बीमारी होती है तो सबसे पहले शरीर में खून गाढ़ा होने लगता है, खून गाढ़ा होने के कारण नसों में खून के थक्के बनने लगते हैं, जिससे कि कई तरह की बीमारियों का की शुरुआत होती है जिस कारण रक्त प्रवाह में अवरोध होता है और इसी वजह से जब नसों में खून का दौरा सही नहीं होता, तो हृदय को अपनी क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ता है, और रक्त को पूरे शरीर में संचालित करना पड़ता है जिसके कारण हृदय का आकार बड़ा हो जाता है, और यहीं से शुरुआत होती है। इस बीमारी से कई अन्य बीमारियों कि शुरुआत होती है।
आईए जान लेते हैं कि यह बीमारी होती क्यों है
उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी अक्सर उन्हीं लोगों को होती है जो की आवश्यकता से अधिक चिंता करते हैं हाई ब्लड प्रेशर का सबसे बड़ा कारण चिंता को ही माना गया है उसके बाद इंसान का खाना पीना और रहन सहन इसके दोषी हैं।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को सीमित रहना और संतुलित रहना बहुत ही मुश्किल है मगर ऐसा नहीं है कि वह संतुलित और नियमित नहीं हो सकें। अगर हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखना है तो हमें संतुलित और संयमित रहना पड़ेगा हाय ब्लड प्रेशर के कुछ ऐसे कारक हैं जो कि बहुत ही हानिकारक है यदि हम उन्हें करना छोड़ दे तो हमें हाई ब्लड प्रेशर से निजाद मिल सकती हैं ।यदि हम अपने खाने को संतुलित कर ले तो बहुत हद तक उच्च रक्तचाप से हमें फायदा मिल सकता है चाय, कॉफी, मदिरा, कबाब, अंडे, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, उत्तेजक पदार्थ और अधिक मेहनत ना करना, सुस्त रहना और ऐसे कई कारण है जिसके फलस्वरूप हमारे शरीर की रक्त वाहिनीओं में विकार एकत्रित हो जाते हैं और जिसकी वजह से रक्त का प्रवाह अवरोधित हो जाता है। जिससे कि रक्त में थक्के बनना शुरू हो जाते हैं और यही कारण है उच्च रक्तचाप का। जब रक्त की नली में थके बनते हैं तो रख प्रवाह के लिए अधिक प्रेशर की जरूरत पड़ती है और यह प्रेशर हमारा दिल लगाता है जिससे की उच्च रक्तचाप की स्थिति उत्पन्न होती है और यही इस बीमारी मे होता है और यही यह बीमारी भी है। आवश्यकता से अधिक कार्य करना दिल के लिए बहुत हानिकारक सिद्ध हो जाता है, जिससे कि कई तरह की बीमारियां पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती है, और हार्ट अटैक होने की संभावना हो जाती है तो आइए जानते हैं।
उच्च रक्तचाप ( high blood pressure ) से बचाव के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय
1. प्याज का रस और मधुमक्खी का शहद समान मात्रा में मिलाकर, रोज दो चम्मच दिन में 1 बार लेने से बढा़ हुआ हाई ब्लड प्रेशर ( high blood pressure )समान हो जाता है और इसकी खास बात यह है कि यह हृदय के लिए भी लाभदायक है और उच्च रक्तचाप के लिए भी।
2. खसखस सफेद और तरबूज के बीज को अलग-अलग पीसकर समान मात्रा में मिलाकर रख लें सुबह और शाम एक चम्मच ले। इससे बढा़ हुआ रक्तचाप सामान हो जाएगा और रात को नींद भी अच्छी आएगी।
3. मेथी का चूर्ण भी उच्च रक्तचाप ( high blood pressure )में काफी लाभदायक सिद्ध होता है अगर आप एक चम्मच मेथी दाना के चूर्ण की फंकी सुबह-शाम खाली पेट 2 सप्ताह तक ले तो हाई ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाएगा और इसको लेकर रेगुलर लेते रहे तो हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी नहीं होगी।
4. मुनक्का भी हाई ब्लड प्रेशर उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) में बहुत ही फायदेमंद साबित होता है अगर आप मुनक्का में लहसुन की फली रखकर रोज खाएं तो इससे आपका उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर एकदम सामान्य रहेगा और आपको किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी।
5. गेहूं चना बराबर मात्रा में लेकर पिसवाऐं और चोकर सहित आटे की रोटी को बनाकर खाएं। एक हफ्ते में ही रोग ठीक हो जाएगा और अगर आप इसको हमेशा खायेगें करेंगे तो आप का रक्तचाप सही रहेगा और इस तरह की परेशानी नहीं होगी।
उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) से बचने के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय,Ayurvedic and natural remedies to avoid high blood pressure |
उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर नाम सुनकर ऐसा लगता है कि किसी बड़ी बीमारी का नाम हो और ऐसा है भी। उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर कोई ऐसी बीमारी नहीं है यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें तकलीफ होगा सामना करना पड़ता है जब किसी को हाय ब्लड प्रेशर की बीमारी हो जाती है, तो उसके शरीर में कई तरह की परेशानियां अपने आप आ जाती है, उसे कई प्रकार की और बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती हैं जैसे कि चक्कर आना सिर घूमना, सिर दर्द, किसी भी कार्य में मन ना लगना और घबराहट के लक्षण है, ऐसा क्यों होता है।
आइए यह भी जान लेते हैं ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप क्या होता है। जब किसी को उच्च रक्तचाप की बीमारी होती है तो सबसे पहले शरीर में खून गाढ़ा होने लगता है, खून गाढ़ा होने के कारण नसों में खून के थक्के बनने लगते हैं, जिससे कि कई तरह की बीमारियों का की शुरुआत होती है जिस कारण रक्त प्रवाह में अवरोध होता है और इसी वजह से जब नसों में खून का दौरा सही नहीं होता, तो हृदय को अपनी क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ता है, और रक्त को पूरे शरीर में संचालित करना पड़ता है जिसके कारण हृदय का आकार बड़ा हो जाता है, और यहीं से शुरुआत होती है। इस बीमारी से कई अन्य बीमारियों कि शुरुआत होती है।
आईए जान लेते हैं कि यह बीमारी होती क्यों है
उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी अक्सर उन्हीं लोगों को होती है जो की आवश्यकता से अधिक चिंता करते हैं हाई ब्लड प्रेशर का सबसे बड़ा कारण चिंता को ही माना गया है उसके बाद इंसान का खाना पीना और रहन सहन इसके दोषी हैं।
उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) से बचने के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय,Ayurvedic and natural remedies to avoid high blood pressure |
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को सीमित रहना और संतुलित रहना बहुत ही मुश्किल है मगर ऐसा नहीं है कि वह संतुलित और नियमित नहीं हो सकें। अगर हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखना है तो हमें संतुलित और संयमित रहना पड़ेगा हाय ब्लड प्रेशर के कुछ ऐसे कारक हैं जो कि बहुत ही हानिकारक है यदि हम उन्हें करना छोड़ दे तो हमें हाई ब्लड प्रेशर से निजाद मिल सकती हैं ।यदि हम अपने खाने को संतुलित कर ले तो बहुत हद तक उच्च रक्तचाप से हमें फायदा मिल सकता है चाय, कॉफी, मदिरा, कबाब, अंडे, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, उत्तेजक पदार्थ और अधिक मेहनत ना करना, सुस्त रहना और ऐसे कई कारण है जिसके फलस्वरूप हमारे शरीर की रक्त वाहिनीओं में विकार एकत्रित हो जाते हैं और जिसकी वजह से रक्त का प्रवाह अवरोधित हो जाता है। जिससे कि रक्त में थक्के बनना शुरू हो जाते हैं और यही कारण है उच्च रक्तचाप का। जब रक्त की नली में थके बनते हैं तो रख प्रवाह के लिए अधिक प्रेशर की जरूरत पड़ती है और यह प्रेशर हमारा दिल लगाता है जिससे की उच्च रक्तचाप की स्थिति उत्पन्न होती है और यही इस बीमारी मे होता है और यही यह बीमारी भी है। आवश्यकता से अधिक कार्य करना दिल के लिए बहुत हानिकारक सिद्ध हो जाता है, जिससे कि कई तरह की बीमारियां पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती है, और हार्ट अटैक होने की संभावना हो जाती है तो आइए जानते हैं।
उच्च रक्तचाप ( high blood pressure ) से बचाव के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय
उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) से बचने के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय,Ayurvedic and natural remedies to avoid high blood pressure |
1. प्याज का रस और मधुमक्खी का शहद समान मात्रा में मिलाकर, रोज दो चम्मच दिन में 1 बार लेने से बढा़ हुआ हाई ब्लड प्रेशर ( high blood pressure )समान हो जाता है और इसकी खास बात यह है कि यह हृदय के लिए भी लाभदायक है और उच्च रक्तचाप के लिए भी।
2. खसखस सफेद और तरबूज के बीज को अलग-अलग पीसकर समान मात्रा में मिलाकर रख लें सुबह और शाम एक चम्मच ले। इससे बढा़ हुआ रक्तचाप सामान हो जाएगा और रात को नींद भी अच्छी आएगी।
3. मेथी का चूर्ण भी उच्च रक्तचाप ( high blood pressure )में काफी लाभदायक सिद्ध होता है अगर आप एक चम्मच मेथी दाना के चूर्ण की फंकी सुबह-शाम खाली पेट 2 सप्ताह तक ले तो हाई ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाएगा और इसको लेकर रेगुलर लेते रहे तो हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी नहीं होगी।
4. मुनक्का भी हाई ब्लड प्रेशर उच्च रक्तचाप (high blood pressure ) में बहुत ही फायदेमंद साबित होता है अगर आप मुनक्का में लहसुन की फली रखकर रोज खाएं तो इससे आपका उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर एकदम सामान्य रहेगा और आपको किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी।
5. गेहूं चना बराबर मात्रा में लेकर पिसवाऐं और चोकर सहित आटे की रोटी को बनाकर खाएं। एक हफ्ते में ही रोग ठीक हो जाएगा और अगर आप इसको हमेशा खायेगें करेंगे तो आप का रक्तचाप सही रहेगा और इस तरह की परेशानी नहीं होगी।
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